रुला कर वापस जा रही हो प्यारी। दिल में जख्म गहरे हैं, तू टांके तो लगा जा प्यारी।
बचपन के दिन भुला ना देना, आज हंसे कल रुला ना देना, इचक दाना -पिचक दाना दाने उपर दाना, कितना प्यारा था बचपन मस्ताना |